Pages
Home
Labels
गजल
कबिता
तस्बिर
मुक्तक
रमाइलो
Thursday, December 13, 2012
मुक्तक
त्यो काल हो मुर्ख जित्न नखोज
घडी छ पलावान रोक्न खोज|
यो माटोले आज साहारा माग्यो
लौ कर्तब्य देखि भाग्न नखोज||
मेरो गौरब
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment